Friday, 13 March 2020

किशमिश खाने से होते है जबरदस्त फायदे

किशमिश खाने से होते है जबरदस्त फायदे

नमस्कार दोस्तों स्वागत आपका है मेरे ब्लॉग में। आज हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसे चीज़ के बारे में जिसको खाने से शरीर को चमत्कारी फायदे होते है। हम यहाँ पर बात कर रहे है किशमिश की। किशमिश एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जो अन्य ड्राई फ्रूट्स की तुलना में सस्ता होता है और यही इसकी लोकप्रियता का प्रमुख कारण भी है। किशमिश का इस्तेमाल न केवल मीठे व्यंजनों में किया जाता है बल्कि कई जगहों पर तो इसे चाट में भी डालकर सर्व किया जाता है। इसका खट्टा-मीठा स्वाद हर डिश को स्पेशल बना देता है लेकिन क्या आपने कभी इसके फायदे जानने की कोशिश की है? किशमिश खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके नियमित सेवन से शरीर में खून की कमी नहीं होती। ये वजन घटाने में मददगार है, एनर्जी लेवल को बूस्ट करने और विटामिन सी की आवश्यकता को पूरा करने में मददगार है। आइये आज हम आपको किशमिश खाने के फायदों के बारे में बताते है।

किशमिश खाने के फायदे

1. खून की कमी नहीं होती

रोजाना किशमिश खाने से एनिमिया की शिकायत नहीं होती। शुगर को खाने से स्वाद भी बना रहता है और सेहत भी। किशमिश का रोज़ाना सेवन से शरीर में खून की कमी पूरी तरह से दूर हो जाती है।

2. हड्डियों के लिए
किशमिश में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं।

3. ताकत और स्फूर्ति के लिए
किशमिश में मौजूद नेचुरल शुगर आसानी से पच जाती है। जिससे शरीर को तुरंत ही ताकत मिल जाती है। इसमें कोलेस्‍ट्रॉल नहीं होता है। इस वजह से ये दिल के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। स्वस्थ रहने के लिए किशमिश का डेली सेवन करना चाइये इस से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और शरीर बलवान बनता है।

4. पाचन क्रिया के लिए
किशमिश खाने से हाजमा ठीक रहता है। ये पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मददगार है। कब्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों को हर रोज किशमिश खाने की सलाह दी जाती है। किशमिश भिगोकर खाना ज्यादा फायदेमंद है।

5. अच्छी सेहत के लिए
किशमिश खाने से मोटापा कंट्रोल में रहता है। इसमें नेचुरल शुगर होती है। ऐसे में इस नेचुरल शुगर को खाने से स्वाद भी बना रहता है और सेहत भी। उम्मीद करता हूँ की आपको ये पोस्ट अच्छी लगी होगी, ऐसी ही और पोस्ट के लिए हमारे ब्लॉग को फॉलो करे।

इन 5 टिप्स का उपयोग कर के आप पा सकते है अपने मोटापे से छुटकारा

इन 5 टिप्स का उपयोग कर के आप पा सकते है अपने मोटापे से छुटकारा

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में, आज हम आपको बताने वाले है एक ऐसी समस्या के बारे में जिसको लेकर हर व्यक्ति बहोत परेशान रहता है. अक्सर लोग अपने मोटापे को लेकर बहोत चिंतित रहते है. वो कई प्रयास कर लेते है फिर भी उनका वजन बिलकुल भी काम नहीं होता है. आज हम आपको 5 ऐसे टिप्स बताने जा रहे है यदि आप इन टिप्स को दैनिक जीवन में उपयोग में लाओगे तो 15 से 20 दिन के अंदर ही आप अपने आप में बदलाव होता हुआ देख पाओगे. कई बार बहुत सारी कोशिशों के बाद भी वजन कम नहीं हो पाता है और लोग निराश होने लगते हैं. अगर आप वाकई में वजन कम करना चाहते हैं तो आपको अपनी हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के अलावा अपनी लाइफस्टाइल में भी कई तरह के बदलाव करने पड़ेंगे.

बढ़ा हुआ वजन किसी को भी परेशान कर सकता है. मोटापा अपने साथ शरीर में कई तरह की बीमारियां लेकर आता है. वजन कम करने के लिए लोग पानी की तरह पैसा बहाने के लिए भी तैयार रहते हैं. डाइट फॉलो करना हो या जिम जाना हो, वजन कम करने के लिए लोग कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं.

हेल्दी डाइट के लिए आपको प्रोटीन, फाइबर और सभी तरह के न्यूट्रिएंट्स अपने खाने में शामिल करने होंगे. योग और वेलनेस कोच वंदना गुप्ता से जानते हैं कि कैसे सुबह उठकर ये 5 काम करने से आसानी से वजन कम किया जा सकता है. आइये जानते है 5 ऐसे टिप्स के बारे में जिन्हे अपनाकर आप अपना वजन काफी हद तक काम कर सकते है

1. हर दिन का लक्ष्य तय करें-
जब तक आप अपने लक्ष्य को लेकर गंभीर और जागरुक नहीं रहेंगे तब तक आप उसे नहीं पा सकेंगे. आप क्या कर रहे हैं, कितना और क्या खा रहे हैं, यहां तक की आप खाते समय आप क्या सोच रहे हैं, इन सबका असर आपकी बॉडी पर पड़ता है.

2. सूर्योदय के समय टहलना-
आपको हर दिन सु्बह-सुबह सूर्य की रौशनी में कम से कम 30 मिनट तक टहलना होगा. इससे वेट लॉस जल्दी होता है. कई स्टडीज से ये पता चलता है कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है, उनका वजन जल्दी बढ़ने लगता है.

3. सुबह उठकर गुनगुना पानी पिएं-
सुबह-सुबह गुनगुना पानी से पाचनक्रिया बिल्कुल सही रहती है. गुनगुना पानी पीने से मेटाबोलिज्म बढ़ता है जिससे शरीर का एक्स्ट्रा फैट कम करने में मदद मिलती है और आप फिट रहते हैं. आप चाहे तो गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर भी पी सकते हैं. इसके अलावा चाहें तो सुबह-सुबह हर्बल टी भी पी सकते हैं. हर्बल टी पिने से शरीर को ऊर्जा मिलती है , तो इन सब का डेली उसे करना चाइये।

4. प्रोटीनयुक्त ब्रेकफास्ट-
अपने ब्रेकफास्ट में सोया, बिन्स, स्प्राउट्स, कॉटेज चीज, योगर्ट, अंडे भी शामिल कर सकते हैं. दिन की शुरुआत अच्छे ब्रेकफास्ट से करें. ब्रेकफास्ट आपके पूरे दिन की डाइट को सेट करता है.

5. योगा और प्राणायाम -
हर दिन योगा करने से शरीर और दिमाग तनावमुक्त रहता है और इस वजह से वजन आसानी से कम होने लगता है. सूर्य नमस्कार, कपालभाति, अनुलोम-विलोम जैसे योगासन और प्राणायाम करने से वजन घटने में काफी मदद मिलती है.

ज्यादा गुड़ खाना हो सकता है आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक

ज्यादा गुड़ खाना हो सकता है आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका मेरे ब्लॉग में। आपने गुड खाने के फायदों के बारे में तो काफी पढ़ा होगा। आज हम गुड़ को खाने से होने वाले नुकसान के बारे में आपको बताने जा रहे है। गुड़ खाने के कई फायदे है तो इसके नुकसान भी मौजूद हैं अब तक हम इसके फायदों की बात कर रहे थे, गुड़ से होने वाले साइड इफेक्ट्स की बात करेंगे। गुड़ मानव शरीर के लिए फायदेमंद तो है पर इसको ज़्यादा खाने से ये शरीर को नुकसान भी पहुंचाता है। इसलिए इसे हमेशा सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए वरना शरीर में कई बीमारियां हो सकती है। नेचुरल मिठाई होने की वजह से ये शरीर के लिए अच्छा होता है, लेकिन हेल्थ से जुड़ी समस्या को बढ़ा सकता है अगर गुड़ साफ और शुद्ध न हो तब। आइये जानते हैज्यादा गुड़ खाने से शरीर को क्या क्या नुकसान होते है।

1. इंफेक्शन का खतरा
अगर गुड़ को ठीक तरह से तैयार नहीं किया जाए तो उसमें अशुद्धता रह जाती है, इस वजह से इसको खाने से आंतों में कीड़े पनपने की आशंका बढ़ जाती है। गुड़ ज्‍यादातर गांवों में तैयार किया जाता है, जहां इसे बनाते समय इसकी शुद्धता पर ज़्यादा ध्‍यान नहीं दिया जाता है। इस वजह से इनमें छोटे जीव रह जाते है जो आपकी हैल्थ को अफेक्ट कर सकता है।

2. गुड़ से एलर्जी
कई बार गुड़ का ज़्यादा सेवन करने से एलर्जी की परेशानी हो जाती है इससे नाक बहना, उल्टी, सर्दी, खांसी, सिरदर्द जैसी कई दिक्कतें हो सकती हैं। ये सम्सयाएं या एलर्जी ज़्यादा गुड़ खाने से हो जाती है।

3. वज़न बढ़ने का खतरा
जो लोग वज़न घटाने के लिए डाइटिंग कर रहे हैं, उन्‍हें तो गुड़ खाने से बचना चाहिए। हालांकि कभी कभी थोड़ी मात्रा में गुड़ खाना नुकसान नहीं देता। लेकिन इसे ज्‍यादा खाना आपका वजन बढ़ा सकता है। गुड़ में कार्बोहाइड्रेट भरपूर होता है, इसलिए वजन घटाने के दौरान गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। गुड़ पूरी तरह शुद्ध नहीं होता है और इसमें काफी मात्रा में सुक्रोज पाया जाता है, इसलिए गठिया के मरीज़ों को गुड़ नहीं खाना चाहिए। कई रिसर्च में भी ये बात सामने आ चुकी है, सुक्रोज आपके शरीर में बनने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड में दिक्कत करता है जिस वजह से शरीर में जलन और सूजन की शिकायत हो जाती है।

4. शुगर का बढ़ने का रहता है खतरा
गुड़, चीनी की तुलना में ज्यादा पौष्टिक होता है,लेकिन इसके ज्‍यादा मात्रा में खाने से ब्‍लड शुगर की समस्‍या बढ़ सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि 10 ग्राम गुड़ में 9.7 ग्राम शकर्रा होती है इसलिए इसका सेवन ध्यान से करना चाहिए।

5.अन्य समस्‍याएं
आप ताजा बने गुड़ का सेवन करते हैं तो ये डायरिया की समस्‍या बढ़ा सकता है। कुछ लोग ताजे गुड़ के सेवन के बाद कब्‍ज होने की शिकायत भी करते हैं। गुड़ की तासीर गर्म होती है इसलिए नाक से खून निकलने की शिकायत हो जाती है। गर्मियों में गुड़ का ज्‍यादा सेवन करने से नकसीर की समस्‍या हो सकती है, इसलिए गर्मियों में गुड़ न खाने की सलाह दी जाती है।
आशा करता हु आपको ये पोस्ट अच्छी लगी होगी । सेहत सम्बन्धी और भी पोस्ट के लिए हमारे ब्लॉग को फॉलो करे और अपने विचार कमेंट बॉक्स मे प्रस्तुत करे।

खजूर के सेवन से हो सकती है कई बीमारियां दूर, जानिए इसके फायदे

खजूर के सेवन से हो सकती है कई बीमारियां दूर, जानिए इसके फायदे

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका । आज हम बात करने वाले है एक ऐसी चीज के बारे में जिसको खाने से शरीर को काफी फायदा मिलता है। हम जिस चीज के बारे में बात कर रहे है उसका नाम है खजूर । जी हां दोस्तों खजूर को खाना काफी फायदेमंद होता है । खजूर खाने में जितने मीठे होते हैं, उतने ही लाभकारी भी होते हैं। फाइबर से भरपूर खजूर में स्वाद के साथ साथ सेहत के भी कई राज छिपे होते हैं। खजूर का उपयोग ड्राई फ्रूट के रूप में किया जाता है और हम तरह तरह की चाट के लिए खजूर और इमली की चटनी भी बनाते है। ठंड में खजूर खाने से शरीर को काफी फायदा होता है। क्योंकि यह शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करता है। खजूर में आयरन भरपूर मात्रा में होता है जो शरीर में रक्त को बढ़ता है। खजूर में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स, खनिज और कार्बोहाइड्रेट्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते है। तो आइए जानते है खजूर के लाभों के बारे मे===========

ब्लड प्रेशर: खजूर में विटामिन और मिनरल्स होते है। जो शरीर में विटामिन और खनिज की कमी को दूर करता है। और शरीर को पोषण प्रदान करता है। इसके लिए आपको रोजाना दूध के साथ खजूर खाना चाहिए। खजूर के सेवन से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रोक और दिल की बीमारिया दूर होती है।

एनीमिया: खजूर खाने से कभी भी खून की खून कमी नहीं आती। क्योकि खजूर में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन के लेवल को बढ़ाता है। खून की कमी होने पर खासकर गर्भवती महिलाओ को खजूर का सेवन करना चाहिए। खजूर गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद है, खजूर माँ के साथ साथ गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी फायदेमंद होता होता है। इसके सेवन से बच्चे के जन्मजात रोग समाप्त हो जाते हैं।

कब्ज: खजूर में मौजूद फाइबर शरीर में आसानी से घुल जाता है इससे कब्ज या पेट की अन्य समस्याएं दूर हो जाती हैं। रोज सुबह खाली पेट खजूर खाने से पेट की समस्या और कब्ज की समस्याएं दूर होती है।

इंस्टेंट एनर्जी: खजूर में शर्करा जैसे ग्लूकोज़, फ्रुक्टोज जैसे आदि काफी मात्रा में होते है। जो हमारे शरीर में तुरंत एनर्जी और स्फूर्ति का संचार करते है। खजूर में शर्करा की मात्रा ज्यादा होती है। इसीलिए हर रोज सुबह खजूर का सेवन करने से शरीर की थकावट दूर होती है और एनर्जी का संचार होता है।

मस्तिक संबंधी समस्या : रोज सुबह ब्रेकफास्ट से पहले खजूर का सेवन करने से मस्तिक संबंधी समस्या दूर होती है। खजूर खासे से याददास्त बढती है। खजूर का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है जिससे रक्त का प्रवाह बढ़ता है जिससे मस्तिक की नसों को ताकत मिलती है। मस्तिक में सही मात्रा में रक्त पहुंचने पर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को स्वस्थ रखता है। इसीलिए खजूर के सेवन से स्ट्रेस की शिकायत काफी हद तक कम हो जाती है।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट कर के जरूर बताये ।पोस्ट को शेयर करना न भूले आप अपने दोस्तों को भी बताये खजूर खाना कितना फायदेमंद होता है।

पोलियो जैसी खतरनाक बीमारी को मात देकर दौड़ में जीता ओलम्पिक गोल्ड मैडल, हैरान करने वाली स्टोरी

पोलियो जैसी खतरनाक बीमारी को मात देकर दौड़ में जीता ओलम्पिक गोल्ड मैडल, हैरान करने वाली स्टोरी

आज हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसी लड़की के बारे में जिसने पोलियो जैसी भयंकर बीमारी को पछाड़कर के ओलिंपिक में गोल्ड मॉडल जीता । हम जिस लड़की के बारे में बता रहे है उसका नाम है विल्मा रुडोल्फ । विल्मा का जन्म अमेरिका में हुआ था | उसका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था| छोटी उम्र में विल्मा को पोलियो हो गया और वह विकलांग हो गई थी | डाक्टरों ने हार मान ली और कह दिया कि वह कभी भी चल नहीं पायेगी। लेकिन विल्मा की मां सकारात्मक सोच वाली महिला थी और विल्मा को प्रेरित किया और कहा कि तुम कुछ भी कर सकती हो इस संसार में नामुमकिन कुछ भी नहीं| विल्मा ने अपनी माँ से कहा ‘‘क्या मैं दुनिया की सबसे तेज धावक बन सकती हूं ?’’ माँ ने विल्मा से कहा कि मेहनत और लगन से तुम जो चाहो वह प्राप्त कर सकती हो|

नौ साल की उम्र में उसने जिद करके अपने ब्रेस निकलवा दिए और चलना प्रारम्भ किया। बैसाखी उतार देने के बाद वह कई बार चोटिल हुयी एंव दर्द सहन करती रही लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी एंव लगातार कोशिश करती गयी| आखिर में जीत उसी की हुयी और एक-दो वर्ष बाद वह बिना किसी सहारे के चलने में कामयाब हो गई|

उसने 11 वर्ष में दौड़ प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सबसे अंतिम स्थान पर आई। लेकिन उसने हार नहीं मानी और और लगातार दौड़ प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती गयी| कई बार हारने के बावजूद वह पीछे नहीं हटी और कोशिश करती गयी| और आखिरकार एक ऐसा दिन भी आया जब उसने प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर लिया। 15 वर्ष की अवस्था में उसने टेनेसी राज्य विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया जहाँ उसे कोच एड टेम्पल मिले| विल्मा ने टेम्पल को अपनी इच्छा बताई और कहा कि वह सबसे तेज धाविका बनना चाहती है| कोच ने उससे कहा – ‘‘तुम्हारी इसी इच्छाशक्ति की वजह से कोई भी तुम्हे रोक नहीं सकता और मैं इसमें तुम्हारी मदद करूँगा”.

विल्मा ने लगातार कड़ी मेहनत की एंव आख़िरकार उसे ओलम्पिक में भाग लेने का मौका मिल ही गया| विल्मा का सामना जुत्ता हेन से हुआ l जुत्ता हेन एक ऐसी धाविका थी जिसे कोई नहीं हरा सका था| पहली रेस 100 मीटर की थी जिसमे विल्मा ने जुता को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया एंव दूसरी रेस 200 मीटर में भी विल्मा के सामने जुता ही थी इसमें भी विल्मा ने जुता को हरा दिया और दूसरा स्वर्ण पदक जीत लिया| और इस तरह से विल्मा ने पोलियो को मात देकर गोल्ड मैडल जीता और अपनी माँ का नाम रोशन किया। कमैंट्स में आप सभी अपनी राय बताये आपको ये पोस्ट कैसी लगी।

इस चीज़ के रोजाना सेवन से शरीर बनेगा ताकतवार, आइये जानते है

इस चीज़ के रोजाना सेवन से शरीर बनेगा ताकतवार, आइये जानते है

रोजाना नाश्ते में करें इसका सेवन, शरीर बनेगा ताकतवर और कई बीमारियां रहेंगी दूर, जी हाँ आज हम आपको एक ऐसी चीज़ के बारे में बताने जा रहे है जिसके रोज़ाना इस्तेमाल से आप ताकतवर बन सकते है। हम जिस चीज़ के बारे में बात कर रहे है उसका नाम है दलिया जी आपने बिलकुल सही पढ़ा दलिये के रोजाना सेवन से आप एक मजबूत शरीर पा सकते है। बहुत से लोगों को सुबह नाश्ते में दलिया खाना पसंद होता है। दलिया हल्का नाश्ता होता है। दलिया खाने से शरीर को अनेक पोषक तत्व और ताकत मिलती है। और शरीर की कई गंभीर बीमारियां दूर हो जाती हैं। आइए सुबह नाश्ते में दलिया खाने के फायदे जानते हैं। रोजाना नाश्ते में करें इसका सेवन, शरीर बनेगा ताकतवर और कई बीमारियां रहेंगी दूर। आइये जानते है दलिये खाने से शरीर को क्या क्या फायदे होते है।

दलिया खाने के फायदे

1. दलिये के रोजाना सेवन से कार्डियोवैस्कुलर जैसी खतरनाक बीमारी दूर हो जाती है।

2. सुबह नाश्ते में दलिया खाने से मांसपेशियों में होने वाले दर्द से छुटकारा मिलता है।

3. दलिया खाने से शरीर को कैल्शियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व मिलते हैं। कैल्शियम हड्डियों को हमेशा मजबूत बनाने में सहायक होता है। और प्रोटीन शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। दलिया खाने से शरीर ताकतवर बनता है। और हड्डियां हमेशा मजबूत रहती हैं।

4. सुबह नाश्ते में दलिया खाने से ब्लड में शुगर का लेवल नियंत्रित रहता है। और शरीर का डायबिटीज की बीमारी से बचाव होता है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को दलिया जरूर खाना चाहिए।
दलिया खाने से शरीर को भरपूर फाइबर भी मिलता है। इसलिए दलिया खाने से शरीर का मोटापा घटाने में भी सहायता मिलती है। तो दोस्तों आपको ये पोस्ट कैसी लगी हमे कमेंट कर के जरूर बताये। अगर आप किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य या ब्यूटी संबंधी समस्या से परेशान हैं तो कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं। और स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही रोचक जानकारी आगे भी पाने के लिए पोस्ट को लाइक, शेयर और चैनल को फॉलो करें।

ऑस्ट्रेलिया बुशफायर चैरिटी के लिए सचिन और युवराज ने की अपनी सबसे कीमती चीज की नीलामी, आइये जानिए

ऑस्ट्रेलिया बुशफायर चैरिटी के लिए सचिन और युवराज ने की अपनी सबसे कीमती चीज की नीलामी, आइये जानिए

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह मेलबर्न के जंक्शन ओवल में आज के बुशफायर बैश में 2011 क्रिकेट विश्व कप से एक हस्ताक्षरित स्टंप की नीलामी करेंगे। स्टंप भारत की अहमदाबाद में क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर पाँच विकेट की जीत से है। रिकी पोंटिंग के 104 रन बनाने के बाद जीत के लिए 261 रनों का पीछा करते हुए, तेंदुलकर ने 53 रन बनाए युवराज ने मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए नाबाद 57 रन बनाए और 10 ओवर की गेंदबाजी में 44 रन देकर दो विकेट भी लिए। भारत ने मुंबई में फाइनल में श्रीलंका को छह विकेट से हराकर घरेलू जमीन पर टूर्नामेंट जीत लिया। युवराज ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट पर पोस्ट किए वीडियो में कहा, "2011, भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, क्वार्टर फाइनल, मैं मैन ऑफ द मैच था।" "मुझे इस विकेट को बनाए रखना चाहिए, लेकिन मैं इस पर हस्ताक्षर कर रहा हूं, इसलिए उम्मीद है कि यह बुशर्स के लिए बहुत अधिक दान बढ़ाएगा।"

रविवार सुबह एबे को स्टंप तैनात किया गया था और लेखन के समय, उच्चतम बोली $ 1775 लगी थी । विश्व कप इतिहास के अनूठे टुकड़े पर बोली लगाने के लिए क्रिकेट प्रशंसकों के पास एक और तीन दिन हैं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों को खराब मौसम के कारण इसे SCG से स्थानांतरित करने के लिए मजबूर करने के बाद मेलबर्न के जंक्शन ओवल में बुशफायर अपील मैच खेला जाएगा। क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों में से कौन हिस्सा लेना चाहता है, इसके लिए ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच महिलाओं के ट्राई-सीरीज़ टी 20 मैच के बाद 10 ओवर का एक साइड मैच होगा। पोंटिंग और एडम गिलक्रिस्ट ब्रायन लारा, वसीम अकरम, कर्टनी वॉल्श और युवराज के साथ मैदान में उतरेंगे।

ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने की इस भारतीय मूल की लड़की से सगाई

ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने की इस भारतीय मूल की लड़की से सगाई

ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने आज इंस्टाग्राम पर खुलासा किया कि वह बुधवार को अपनी भारतीय मूल की प्रेमिका विनी रमन से सगाई कर चुके हैं। ग्लेन मैक्सवेल ने अपने मंगेतर के साथ एक तस्वीर पोस्ट की जिसमे ग्लेन मैक्सवेल ने कैप्शन में रिंग की इमोजी डाल रखी थी। मैक्सवेल और विनी रमन उस फोटो में बहोत खुश दिखाई दे रहे थे।

विनी रमन ने भी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक तस्वीर भी पोस्ट की और खुलासा किया कि ग्लेन मैक्सवेल ने उनसे सगाई कर ली है और विनी ने कैप्शन में लिखा की "पिछले हफ्ते मेरे पसंदीदा व्यक्ति ने मुझे उससे शादी करने के लिए कहा #YES," उसने पोस्ट को कैप्शन दिया। कैप्शन के साथ ही जो तस्वीर ग्लेन मैक्सवेल ने शेयर की थी वो ही तस्वीर विनी ने भी शेयर की।

ग्लेन मैक्सवेल अपने बाएं कंधे की चोट के चलते साउथ अफ्रीका में चल रही वनडे और टी 20 सीरीज में नहीं खेल रहे है मैक्सवेल को अपनी बाईं कोहनी पर आर्थोस्कोपिक सर्जरी कराने की सलाह दी गई थी। जिसके चलते मैक्सवेल ने साउथ अफ्रीका सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया था। चोट ने मैक्सवेल को 6 से आठ हफ्तों के लिए टीम से बाहर निकालने के लिए मजबूर किया, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस बात की पुष्टि की थी।

31 वर्षीय विस्फोटक बल्लेबाज ने पिछले साल अक्टूबर में एक मनोवैज्ञानिक स्थिति के कारण टीम से अपना नाम वापस लिया था । उस बात को लेकर मैक्सवेल ने कहा की मुझमें विनी ने कुछ बदलाव देखा और उसने बोला की मुझे कोई समस्या है और मुझे थोड़े दिन क्रिकेट से दुरी बनानी होगी। ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि यह उनकी प्रेमिका थी, जिसने पहली बार उसमें बदलाव देखा।

मैक्सवेल ने कहा, "यह वास्तव में मेरा साथी था जिसने मुझे सुझाव दिया कि वह किसी से बात करे, वह प्राथमिक थी जिसने इस पर ध्यान दिया, इसलिए मुझे शायद उसका भी शुक्रिया अदा करना चाहिए। एक बार जब मैंने शुरुआती बातचीत की तो मेरे कंधे से भारी वजन कम हो गया था।" । ऑस्ट्रेलियाई ने अपनी प्रेमिका को श्रेय दिया, जो मनोवैज्ञानिक अवस्था के साथ अपने शुरुआती संघर्ष के दौरान उसके साथ खड़ा था।

"मेरी प्रेमिका शायद नंबर 1 थी, उसके लिए यह आसान काम नहीं था कि वह मुझे कुछ हफ्तों के लिए मेरे मूड के झूलों को ब्राउज़ करने के लिए प्रभावित करे, लेकिन माइकल लॉयड वह लड़का था जिससे मैंने शुरुआती बातचीत की थी, माइकल मेरे काफी अच्छे दोस्त है उनको मई पिछले 10 सालो से जनता हूँ । "

मैक्सवेल बिग बैश लीग के भीतर एक्शन में लौट आए जहां उन्होंने मेलबर्न स्टार्स को फ्रेंचाइजी आधारित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचाया। आपको बता दे की ग्लेन मैक्सवेल इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे है , उन्होंने बिग बैश लीग में बल्ले के साथ साथ बॉल से भी कमाल किया था। और अपनी टीम को फाइनल तक ले जाने में कामयाब हुए थे। अब देखना होगा की मैक्सवेल आईपीएल में क्या कमाल करते है।

क्या आपका बच्चा भी टिक-टॉक और वीडियो गेम के बिना नहीं रह सकता, तो.....

क्या आपका बच्चा भी टिक-टॉक और वीडियो गेम के बिना नहीं रह सकता, तो.....

सोशल मीडिया (टिक-टॉक, वीडियो गेम ) और गैजेट्स आज मानव जीवन की सबसे महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक बन गए हैं, लेकिन यह जरूरत आपके बच्चों के जीवन से जुड़ी है। शोधकर्ताओं की टीम ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले युवाओं पर एक विशेष शोध किया, जिसके बारे में जानने के बाद आपकी चिंता बढ़ सकती है।
शोधकर्ताओं की टीम के द्वारा किए गए एक शोध से यह पता चला है कि बच्चे सोशल मीडिया (टिक-टॉक, वीडियो गेम ) और टीवी की बदौलत डिप्रेशन से के शिकार होते जा रहे हैं। इस डिप्रेशन के कारण, बच्चे खुद तक सीमित होते जा रहे हैं। शोध में पाया गया कि किशोर दिन-प्रतिदिन 9-10 घंटे ऑनलाइन रहकर अपना टाइम बर्बाद कर रहे है। इतनी देर ऑनलाइन रहने से किशोरों को काफी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है। और यह अक्सर उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है।

ऐसे में युवाओं का ख्याल रखें
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस शोध में बच्चों को शामिल करने के बाद उनकी देखभाल करना आवश्यक हो गया है। अगर आप सोशल मीडिया के कारण अपने बहुत से बच्चों को डिप्रेशन से बचाना चाहते हैं, तो उनकी दैनिक गतिविधियों पर नज़र रखना शुरू कर दें। इसके अलावा, कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिन की गतिविधि देखने के लिए सुविधा दी गई है, ताकि आप सोशल मीडिया पर बिताए उनके समय को नोटिस कर सकें।

डिप्रेशन के कारण बढ़ रही है घटनाएं-
आपको बता दें कि डिप्रेशन और अन्य मानसिक बीमारियां किशोरों के लिए अधिक खतरनाक हो रही हैं। एक खोज के अनुरूप, एक किशोर हर 100 मिनट में आत्महत्या कर रहा है। अधिकांश किशोर डिप्रेशन के कारण ही आत्महत्या कर रहा हैं ।

6000 छात्रों पर 5 साल तक किया गया शोध
यह शोध चार वर्षों के लिए 6000 छात्रों पर किया गया। यह अनुसंधान समर्थित छात्रों की आयु 12 से 16 वर्ष के बीच है।

शोधकर्ताओं ने देखा कि छात्र पिछले वर्षों की तुलना में अपने सोशल मीडिया और टेलीविजन के साथ प्रति वर्ष अधिक समय बिता रहे हैं। साल दर साल डिप्रेशन भी बढ़ता देखा गया। जो की आगे बढ़कर युवाओ के लिए एक खतरनाक समस्या बन सकती है।

स्कूल का भारी बैग हो सकता है आपके बच्चों की जान का दुश्मन

स्कूल का भारी बैग हो सकता है आपके बच्चों की जान का दुश्मन

आपने सुबह-सुबह कई बच्चों को भारी बैग के साथ स्कूल जाते देखा होगा। आज के माता-पिता बच्चे को पढ़ाने के मामले में इतने गंभीर हो गए हैं कि वे अपने बच्चो के स्वास्थय के बारे में बिलकुल भी चिंतित नहीं है। क्या कोई जानता है कि भारी स्कूल बैग ले जाने के दौरान आपके बच्चे बीमार पड़ सकते हैं? जी हाँ , भारी बैग ले जाने से आपके बच्चो के स्वास्थय पर बहोत बुरा असर पड़ता है। यहाँ तक की बच्चे बीमार भी पड़ सकते है।

स्पाइन विशेषज्ञों का कहना है कि भारी स्कूल बैग उठाने के पर बच्चे का भार कुछ ही समय में कम हो जाता है। उन्होंने कहा कि भारी स्कूल बैग उठाने से बच्चों का वजन 10 प्रतिशत तक कम हो जाता है, जिससे उनकी रीढ़ पर बुरा असर पड़ता है। इसके अतिरिक्त कंधे और गर्दन में दर्द होने लगता हैं। साथ ही, बच्चों में तनाव बढ़ने लगता है। जो की बच्चो के लिए बहोत नुकसानदेह हो सकता है।

स्पाइन विशेषज्ञों का कहना है कि भारी बैग उठाने से बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी कई शिकायतें होती हैं। इसके अतिरिक्त कंधे और गर्दन में दर्द, अक्सर कई समस्याएं होती हैं। साथ ही, बच्चों में तनाव बढ़ने लगता है। ज्यादा समय के लिए भारी बैग उठाने से बच्चों की रीढ़ झुकने लगती है और इसलिए कमर झुक जाती है।

इस समस्या का हल क्या है?

एक शोध में पाया गया है कि छोटे बच्चों के भारी बैग का भार अक्सर एक से 10 किलोग्राम तक होता है। इसके कारण, लगभग 42 प्रतिशत बच्चे सहज महसूस नहीं करते हैं और उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे नहीं कहना शुरू कर देता है। यदि आप अपने बच्चों को इस समस्या से मुक्त करना चाहते हैं, तो संबंधित विषयों को ध्यान में रखकर ही उनके बैग तैयार करें।

इसके अलावा, उन्हें आरामदायक दोहरी पट्टियाँ वाले बैग खरीद कर दें, जिस से उनका थोड़ा तनाव कम हो सके और वो सहज महसूस कर सके।

आपका अनदेखापन बर्बाद कर सकता हैं आपके बच्चों की जिंदगी

आपका अनदेखापन बर्बाद कर सकता हैं आपके बच्चों की जिंदगी

कुछ लोगों का मानना ​​है कि एक किताब से कहानियाँ पढ़ना टीवी देखने या बच्चों के लिए कंप्यूटर गेम खेलने से बेहतर है। आप किस स्तर तक इस बात से सहमत या असहमत हैं?

हाल के वर्षों में, माता-पिता के लिए एक बढ़ती चुनौती अपने बच्चों को आराम करने और उन्हें शिक्षित करने में मदद करने का सबसे अच्छा तरीका खोजने की रही है।

हालांकि टीवी देखने या कंप्यूटर गेम खेलने के कई फायदे हैं, लेकिन मेरा मानना ​​है कि किताबों से कहानियां पढ़ना बच्चों के लिए बेहतर तरीका है।

आम तौर पर, टीवी देखने या गेम खेलने के कुछ फायदे हैं, कई कारण हैं कि टीवी देखने या कंप्यूटर गेम खेलने से बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

चूंकि खेल या टेलीविजन की सामग्री कभी-कभी अत्यधिक नशे की लत हो सकती है, इसलिए कई युवा उनके आदी हो जाते हैं। वास्तव में, कई बच्चे कंप्यूटर गेम खेलने या टेलीविजन के सामने एक सोफे पर झूठ बोलने में बहुत समय बिताते हैं, जो उन्हें वास्तविक जीवन में अन्य गतिविधियों जैसे कि आत्म-अध्ययन या बाहरी खेलों में संलग्न होने से रोकता है।

परिणाम स्वरूप, उनके शैक्षणिक प्रदर्शन और स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया जाता है। इसके अलावा, कुछ कंप्यूटर गेम और टेलीविजन कार्यक्रम भी बच्चों के व्यवहार पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। इसका मतलब यह है कि कुछ बच्चों ( विशेष रूप से छोटे बच्चों ) को टीवी या गेम पर दिखाए गए आक्रामक और हिंसक कृत्यों की नकल करने की कोशिश करते है जो की सही नहीं है।

इसके विपरीत, टीवी देखने या कंप्यूटर गेम खेलने की तुलना में पढ़ना एक बेहतर तरीका हो सकता है क्योंकि यह बच्चों को बहुत सारे लाभ पहुंचा सकता है। कहानियों को पढ़ना बच्चों की कल्पना को उन तरीकों से प्रभावित कर सकता है जो दृश्य मीडिया नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें अपने मन में पढ़ी गई कहानी की कल्पना करनी चाहिए। जब मैं छोटा था, मैंने हैरी पॉटर की कहानियाँ पढ़ी थी । उन कहानियों को पढ़ कर मेरे दिमाग में एक जादुई दुनिया बस गयी थी। अगर मैं पहले किताबें पढ़ने के बजाय फिल्में देखता तो शयद ऐसा कुछ नहीं होता। इसके अलावा, जब बच्चे एक किताब पढ़ते हैं, तो उनका सारा ध्यान कहानी पर केंद्रित होता है- बाकी दुनिया बस दूर हो जाते है, और वे अपने आप को अवशोषित कर रहे हर बारीक विस्तार में विसर्जित करते हैं। इसलिए पढ़ना बच्चों का ध्यान केंद्रित करने और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करने का एक आदर्श तरीका है।

निष्कर्ष के तौर पर, मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूँ कि बच्चों के लिए किताब पढ़ना या कंप्यूटर गेम खेलने के बजाय किताबों से कहानियाँ पढ़ना ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि टीवी देखना या कंप्यूटर गेम खेलना कुछ मामलों में बच्चों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है जबकि किताबें पढ़ना उनके लिए स्पष्ट रूप से फायदेमंद है।